हैप्पी फादर्स डे
प्रातः मोबाईल की घनघनाहट सुनकर छोटा दौड़कर उठाया पापा के कान के पास रखते हुए बोला भईया है.
भईया ........
हां........
सबेरे सबरे भईया ......
बात भी तो करोगे ....
अरे हां ...हेला बेटा कैसे हो ...
हैप्पी फादर्स डे पापा ....
थैंक यूं बेटा ..
मम्मी कहा है .
गृह लक्ष्मी कहा रहेगी . चाकरी में लगी है .
मम्मी ठीक है .
हां बेटा सब ठीक है .ऐसे ही खबर लेते रहना .
जी पापा ...हैपी फादर डे ...
थैंक यू बेटा.... बाय ------
बाय बाय पापा .....फोन बंद हो गया .
कुलचंद मोबाईल एक तरफ रखकर सोफे पर ऐसे इत्मीनान से बैठे जैसे दुनिया का सुख मिल गया हो .
नन्द लाल भारती १९.०६.२०११
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