Monday, January 30, 2012

C.F.L.

सी.ऍफ़.एल.
क्यों उदास लग रहे हो .......?
सीऍफ़एल गारंटी में नहीं था क्या ..?
था ना ......
 वापस नहीं हुआ क्या ...?
नहीं.........
कहा से और किस बेईमान की दूकान से खरीदे थे .
अनूपनगर  बिजली वाले से .
कब खरीदे थे याद था .
कैसी बात कर रही हो . सी ऍफ़ एल पर तारिख लिखी है २५ फरवरी २०११ .बिजली वाले की  साईन है .
आज तो तीस जनवरी है साल भर नहीं हुआ .
बेईमान कह  रहा था की हमारी दुकान का नहीं है ,जबकि उसका  दसखत साफ़ साफ़ मिल रहा था ..बहस हो गयी इतने में फोटोविजन वाला बुड्ढा सेठ और चार- छ दादा किस्म के लोग आ गए सबने  सच को झूठ बनाने के तर्क देने लगे .
सी  ऍफ़ एल कहाँ है......?
बेईमान के सामने फोड़ दिया .
क्यों.............?
नुकशान तो होना ही था . बेईमान से कह दिया  बदलने से इंकार कर रहे तो लो तुम्हारे सामने फोड़ देता हूँ .मै राजा होने से रहा पर तुम बेईमान तो साबित हो गए हो .भले ही  तुम्हारे लोग सच को झूठ बना रहे है.
बेईमान सच्चे आदमी के साथ धोखा किया है भगवान  ठग का नाश करेगा .... संतोष कर लो मुन्ना के पापा ..नन्द लाल भारती ३०.०१.२०१२

 


 
 
 

 




 
 
 
 


 

Friday, January 27, 2012

vigyapan

विज्ञापन .

हेल्लो ......लेखक .
जी बोल रहा हूँ .
आपका लेख अच्छा है ,अगले अंक में छापूंगा.
पत्रकार पवन khurpeewanee से.
कुछ  देर बाद दुसरे नंबर से आवाज़ बदलकर लेखक ...
जी पत्रकार महोदय बोलिए ..
विज्ञापन कहा से मिलेगा .......?
जी हेड आफिस से ......
लेख तुम लिख रहे हो विज्ञापन हेड आफिस से . तुम्हारी कंपनी में तो बहुत भ्रष्टाचार है.जनता का खून चूसने वाले तुम्हारी कंपनी का कला चिटठा मेरे पास है.
पवन पत्रकार हो या ब्लैक मेलर .मत छापना  लेख ,लेखक साहित्यकार है .इतना सुनते ही पत्रकार महोदय का मोबाईल कवरेज एरिया से बाहर हो गया...नन्दलाल भारती ...२७.०१.2012



Drug Trial

ड्रग ट्रायल
दर्द से कराहते हुए गीता बोली क्यों जी दवाई आज भी भूल गए क्या......?
कन्हैयालाल -कैसी बात कर रही हो भगवान् . कल हहर की बड़ी-बड़ी दुकानों का चक्कर लगाया पर नहीं मिली और आज डाक्टर खाजेड के पास गया वे नहीं दिए .
गीता-क्यों ..................?
अमित-मम्मी देखने की फीस, इंजेक्शन, इक्सर्सैएज के नाम पर लेने वाले आठ सौ से हजार रुपये का नुकशान जो था .
अनु - पापा दवाई नहीं देने का मतलब डरावना तो नहीं .
अमित- क्या कह रहा है ...?
अनु-भैया  ड्रग ट्रायल .................?
कन्हैयाबबू-क्या ये ड्रग ट्रायल शहर के कई लोगो को निगल चूका है.
पुष्पा-हे भगवान ड्रग ट्रायल करने वाले डाक्टर का नाश करना और  पूरे घर में सन्नाटा पसर गया......
नन्द लाल भारती ..२७.०१.२०१२