Friday, January 27, 2012

vigyapan

विज्ञापन .

हेल्लो ......लेखक .
जी बोल रहा हूँ .
आपका लेख अच्छा है ,अगले अंक में छापूंगा.
पत्रकार पवन khurpeewanee से.
कुछ  देर बाद दुसरे नंबर से आवाज़ बदलकर लेखक ...
जी पत्रकार महोदय बोलिए ..
विज्ञापन कहा से मिलेगा .......?
जी हेड आफिस से ......
लेख तुम लिख रहे हो विज्ञापन हेड आफिस से . तुम्हारी कंपनी में तो बहुत भ्रष्टाचार है.जनता का खून चूसने वाले तुम्हारी कंपनी का कला चिटठा मेरे पास है.
पवन पत्रकार हो या ब्लैक मेलर .मत छापना  लेख ,लेखक साहित्यकार है .इतना सुनते ही पत्रकार महोदय का मोबाईल कवरेज एरिया से बाहर हो गया...नन्दलाल भारती ...२७.०१.2012



No comments:

Post a Comment