Monday, May 21, 2012

उम्र कैद(लघुकथा )

उम्र कैद(लघुकथा )
बधाई हो राजकुंवर पदोन्नति आदेश आ गया .
धन्यवाद और आभार साहेब . यह तो पंद्रह साल पहले आना था .
कैसे ..............?
शैक्षणिक अयोग्य बहुत आगे निकल गए मैं पंद्रह साल पीछे हो गया ऊँची -ऊँची डिग्रियों के बाद भी .ये कैसा प्रमोशन .. सामंतवादी व्यवस्था में .....?
खुश रहो एन्जॉय करो पदोन्नति  का .....
साहब जीवन का हर पल एन्जॉय करने लायक है .कर भी रहा हूँ कलम से......जिसे पदोन्नति का नाम दिया जा रहा है असल में वह उम्र कैद है फांसी की  जगह .....नन्द लाल भारती  २२.०५.२०१२

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