Thursday, December 11, 2014

गुरु दक्षिणा/लघुकथा

गुरु दक्षिणा/लघुकथा 
सम्मान समारोह बाद एक पत्रकार ने सवाल उछाल दिया । लेखकजी आपके साहित्यिक गुरु कौन है। 
लेखक -मेरे अनपढ़ माँ -बाप और जीवन संघर्ष ?
क्या आपका कोई गुरु नहीं ?
बताया तो। 
इनके अतिरिक्त ?
कोई नहीं।
आप इतना बढ़िया लिखते है, बिना किसी गुरु से साहित्यिक शिक्षा लिए।
माँ -बाप और अपने जीवन संघर्ष से शिक्षा लया हूँ और ले भी रहा हूँ।
आपने गुरु क्यों नहीं बनाया ?
एकलव्य का अंगूठा गुरु दक्षिणा में चला गया याद है मेरा हाथ ही चला जाता तो … ?
डॉ नन्द लाल भारती 12 .12 .2014

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