भ्रष्टाचार पर भाषण .
रंजू के पापा कैसा रहा भ्रष्टाचार पर भाषण .
कौन सा .
जिसके लिए दो दिन से तैयारी कर रहे थे. विभाग द्वारा आज पांच नवम्बर को होटल के सभागार में पर संपन्न हुआ है .
मुझे मौंका ही नहीं दिया गया .
क्यों ............?
छोटा कर्मचारी छोटी बिरादरी का आदमी, सामंतवादी विचार धारा के अफसर लोग मौंका नहीं दिए पर भाषण दूर तक जायेगा .
कैसे...........?
अभिव्यक्ति के और भी माध्यम है .
मतलब भाषण होकर रहेगा .
हाँ .............भ्रष्टाचार के विरोध में ललकार तो होनी चाहिए .आज के ज़माने में आवाज़ नहीं दबाई जा सकती .
आपका भाषण भ्रष्टाचार पर भारी पड़े यही दुआ है .
धन्यवाद ........नन्द लाल भारती ..०७.११.2011
No comments:
Post a Comment