Monday, January 14, 2013

मूल्याकन ..

मूल्याकन ..
नए बॉस सभी अधिकारियों   का परिचय करवाने के बाद चन्दन की और मुखातिब होते हुए बोले जी ऎम साहेब ये चन्दन है संस्था के सबसे अधिक बुध्दिमान और शिक्षित है .फिर वे बोले भले ही अपने प्रदेश के तो हैं ही परन्तु निरापद अत्याचार ,शोषण के शिकार  हुए है वरना उच्च पदाधिकारी होते।चन्दन मन ही मन सोच रहा था यही मेरी अवन्नति कारण  है जातिवाद का तड़का  मेरे कैरिएर की तबाही का कारण है .
जी ऎम साहेब-कुछ बोले क्या चन्दन ............?
चन्दन -नहीं साहेब .
जी ऎम साहेब-सुकरात को विष पीलाया  गया ईसा को शूली पर  लटकाया गया  पर क्या हुआ काल के गाल पर कद ही अमर है .
चन्दन -साहेब 25 साल की नौकरी और इतने वरसों का  शोषण उत्पीडन जातीय दुत्कार और प्रमोशन से दूर फेंके जाने के बाद आज राहत महसूस कर रहा हूँ क्योंकि किसी बॉस ने पहली बार मेरा मूल्याकन किया है .
जी ऎम साहेब-चन्दनं समय के पुत्र हो आपका सही मूल्याकन वक्त करेगा .
बॉस -काश उच्च प्रबंधन कर लेता ........................?
डाँ .नन्द लाल भारती ...14.01.2013

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