Thursday, October 27, 2011

हजयात्रा

हज  यात्रा

हेल्लो -खान बोल रहा हूँ .
सलामवालेकुम सर वापस आ गए  ?
असलाम्वालेकुम ...वापसी  तो पांच नवम्बर को होगी .
कैसे याद किये सर .
तुम्हारी याद हमेशा रहेगी . मक्का में आला-ताला से तुम्हारे लिए दुआ कर रहा हूँ .
धन्यवाद् सर ............आप और आपके परिवार की हर मुराद पूरी हो,हमारी और हमारे घर-मंदिर  की यही दुआ है.
हज से लौटकर बात करूंगा.
जी शुक्रिया .....फोन बंद हो गया .
किससे इतनी आत्मीय बात हो रही थी लाल .
एक्स-बॉस हज पर गए है ना .
मक्का से फ़ोन कर रहे थे दफ्तर में  दस साल के रिटायर्मेंट के बाद . वह भी तुमसे बात करने के लिए  . इतना पक्का रिश्ता .
साहेब- सम्बन्ध पद और दौलत से नहीं इंसानियत से बनते  है.
मुबारक हो .....
क्या...................?
हज यात्रा.............नन्द लाल भारती ..२७.१०.२०११(२.४५ अपरान्ह ) 

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