Wednesday, October 13, 2010

HOLI

होली ..
कुंदन बाबू   होली मुबारक हो कहते हुए गौतम बाबू  के ऊपर रंग भरी पिचकारी तान लिए .तानी हुई पिचकारी को रोकने का आग्रह करते हुए गौतम बाबू  बोले भईया तनिक रुको तो सही हमें भी तो मौका दो रंग पिचकारी लाने का .
कुंदन बाबू क्यों नहीं . ले आईये बाल्टी भर रंग .
गौतम बाबू झट से घर में से थाली  में फूल लेकर आये और कुंदन बाबू   को फूल देते हुए  बोले होली मुबारक हो कुंदन बाबू .
कुंदन बाबू फूल से होली .....
गौतम बाबू हां पानी बचाना है ना . 
नन्दलाल भारती ..

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