Saturday, October 9, 2010

PAHUNCH

पहुँच ....
आर्डर तो आ गए होगे ?
नहीं......
अरे यार महीनो हो गए इन्टरवियू हुए .अभी तक आर्डर नहीं आये .
प्रमोशन होगा तब ना आर्डर आएगा ?
क्या...
हां ....
मतलब तुम्हारा प्रमोशन नहीं हुआ .आश्चर्य , तुम जैसे पढ़े-लिखे योग्य प्रसिध्द कर्मचारी का प्रमोशन नहीं हुआ  तो किसका  होगा .
पढ़ा-लिखा योग्य और प्रसिध्द हूँ  पर श्रेष्ठता की योग्यता और पहुँच नहीं है ना ..
ये अन्याय है ,श्रेष्ठता की आड़ में  कमजोर  पढ़े-लिखे योग्य  कर्मचारी के  कल का क़त्ल है . कैसी संस्था है जहा  कम  पढ़े-लिखे ऊँची पहुँच वाले तरक्की के नित नए तारे तोड़ रहे है तुम जैसे पढ़े-लिखे आंसू से भविष्य सींच रहे है . कब तक  भयावह अन्याय होता रहेगा  कमजोर निचले तबके के पढ़े-लिखे  योग्य कर्मचारियों के साथ  समानता और न्याय  का झूठा  ढोल  पीटने वालो  .........नन्दलाल भारती ..१०.१०.२०१० 


 

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