पहुँच ....
आर्डर तो आ गए होगे ?
नहीं......
अरे यार महीनो हो गए इन्टरवियू हुए .अभी तक आर्डर नहीं आये .
प्रमोशन होगा तब ना आर्डर आएगा ?
क्या...
हां ....
मतलब तुम्हारा प्रमोशन नहीं हुआ .आश्चर्य , तुम जैसे पढ़े-लिखे योग्य प्रसिध्द कर्मचारी का प्रमोशन नहीं हुआ तो किसका होगा .
पढ़ा-लिखा योग्य और प्रसिध्द हूँ पर श्रेष्ठता की योग्यता और पहुँच नहीं है ना ..
ये अन्याय है ,श्रेष्ठता की आड़ में कमजोर पढ़े-लिखे योग्य कर्मचारी के कल का क़त्ल है . कैसी संस्था है जहा कम पढ़े-लिखे ऊँची पहुँच वाले तरक्की के नित नए तारे तोड़ रहे है तुम जैसे पढ़े-लिखे आंसू से भविष्य सींच रहे है . कब तक भयावह अन्याय होता रहेगा कमजोर निचले तबके के पढ़े-लिखे योग्य कर्मचारियों के साथ समानता और न्याय का झूठा ढोल पीटने वालो .........नन्दलाल भारती ..१०.१०.२०१०
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