Saturday, October 2, 2010

Interview

इंटरव्यू ..
बधाई हो ...
कैसी बधाई ?
इंटरव्यू पास हो जाओगे उसकी बधाई .
कैसे पास हो गया . रिजल्ट तो आने दो .
गिधायन साहेब कमेटी मेंबर है . तुम तो वैसे ही पास हो गए .
वो कैसे.......?
काबिल हो . तुम्हारे एहसान भी तो है गिधायन साहेब पर.
मेरे  कैसे एहसान  वह भी गिधायन साहेब पर..
भूल गए ? तुमने अपने घर का स्टोप उन्हें  दे दिया था  जब वे इलाज करवाने ने आये थे 'शहर में . तुम्हारे  घर में रोटी कैसे बनेगी इसकी  परवाह भी  तुम्हे नहीं थी . यह तो गिधायन साहेब को याद ही होगा .
वो एहसान  नहीं मेरा फ़र्ज़ था .
गिधायन साहब का भी तो कोई फ़र्ज़ है .
यार वो तो कांटा बो दिए . कमेटी के सामने बोले पदोन्नति के बाद हिंसक तो नहीं हो जाओगे .
क्या......
हां.....
मानवता को धर्म मानने वाले को हिंसक बना दिए  . वाह रे पद और दौलत का घमंड .....नन्द लाल भारती २.०९.२०१० 

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