Saturday, February 5, 2011

sankalp

संकल्प ..
क्यों आग उगलते रहते हो .कमजोर वंचितों के खिलाफ विपत्ति बाबू . 
होरीलाल  आग उगलना नहीं उपदेश समझो .
नफ़रत को उपदेश कैसे समझू विपत्तिबाबू ...
होरीलाल . हम तो जन्म से उपदेश देने वाले है .
विपत्तिबबू-कर्म योगी की खिलाफत, श्रम का अपमान, नफरत के बीज,जातिवाद का जहर राष्ट्र और मानव दोनों का दुश्मन है . 
होरीलाल आँख खुली तब से यही कर रहा हूँ .
विपत्ति बाबू   स्वार्थ की रोटी सेकने के लिए भेदभाव का जहर बोना देश के विरुध्द साजिश नहीं है क्या .
श्रीपति - है ना . विपत्ति बाबू बहुत बो लिए नफ़रत के बीज . अब संकल्प लेना  होगा .
 कैसा संकल्प श्रीपति .
होरीलाल-स्वधर्मी समानता,नातेदारी,बहु-धर्मी सद्भावना राष्ट्रधर्म धर्म के  लिए संकल्प .
विपत्ति-संकल्प लेता हूँ स्वधर्मी समानता-नातेदारी  बहु-धर्मी सदभावना और राष्ट्र-हित  के लिए जीऊँगा ....
नन्दलाल भारती ०४.०२.२०११

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