विचार ....
मुट्ठी में क्या है नंदा बाबू ?
विचार .....
कैसा विचार ?
लाभ का हिस्सा .
कैसा हिस्सा और किसको ?
सरकारी उपक्रमों द्वारा कमाए गए लाभ पर मतदाताओं को हिस्सा .
विचार तो अच्छा है .सत्ताधीश माने तब ना .
मानना चाहिए इससे मतदाताओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और लोकत्रंत्र कुसुमित होगा .
मुट्ठी तो खुल गयी ...
बधाई हो नए विचार के लिए नंदा बाबू.
विचार पर सहमति के लिए धन्यवाद narayan बाबू .... नन्द लाल bharati 14.03.2011
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