आशीर्वाद ..
बढ़िया मिठाई मिलाती है यहा .
कुछ ले लो .
क्या लू ?
काजू,अजवाइन, पिस्ता और भी ढेरो स्वाद में तो मिठईया है .
भैया अजवाइन के सड़ वाली दे दो.
लीजिये
कितना हुआ .
पच्चीस रूपये .
लीजिये हम दोने का काट लीजिये .
नहीं पैसा मै दूगा .
आप बुजुर्ग और रिटायर है .
तो क्या हुआ मै दूगा . ऊपर अल देता है चिंता की जरुरत नहीं .बिल तो मै ही दूगा .
मिठाई नहीं आशीर्वाद समझो .
निरुत्तर इनकार ना कर सका. आशीर्वाद को माथे चढ़ा लिया ... नन्दलाल भारती.. १३.०८.२०१०
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