Wednesday, August 18, 2010

INTJAAR

इन्तजार ...
कब तक काम करना पड़ा ?
आठ बजे तक ...
तैयार हो गयी रिपोर्ट ...?
रात में ही और बाइंडिंग भी हो गयी .
रिपोर्ट तो बॉस के टेबल पर पड़ी है ..
छाती पर चढ़कर बनवाए . चाहे टेबल पर रखे या टोकरी में . मुझ छोटे कर्मचारी के लिए रो दर्द पीना तकदीर है .
जो काम तुमसे आठ बजे तक कराया गया वह भी बिना किसी ओवर टाइम के वह  तो   महज़ इन्तजार करने का बहाना था.. 
किसका .?
मैडम का , जानते नहीं बाण अपनी जरुरत अनुसार उपभोग और तुम  जैसे छोटे कर्मचारी को 
आंसू देते रहते है ...
क्या  ......?
हां .... नन्दलाल भारती  १८.०८.२०१०
 

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